1. अपना महौल English बनाएं :
किसी भी भाषा को सीखने में जो एक चीज सबसे महत्त्वपूर्ण होती है वो है हमारा environment, हमारा माहौल. आखिर हम अपनी मात्र -भाषा छोटी सी ही उम्र में कैसे बोलने लगते हैं :- क्योंकि 24X7 हम ऐसे माहौल में रहते हैं जहाँ वही भाषा बोली , पढ़ी, और सुनी जाती है. इसीलिए अंग्रेजी बोलना सीखना है तो हमें यथा संभव अपने माहौल को English बना देना चाहिए. इसके लिए आप ऐसा कुछ कर सकते हैं:
हिंदी अखबार की जगह English Newspaper पढना शुरू कीजिये.
हिंदी गानों की जगह अंग्रेजी गाने सुनिए.
अपने interest के English program / movies देखिये.
अपने room को जितना English बना सकते हैं बनाइये ….English posters, Hollywood actors,English books,Cds..जैसे भी हो जितना भी हो make it English.
2. ऐसे लोगों के साथ group बनाएं जो आप ही की तरह स्पोकेन इंग्लिश सीखना चाहते हों:
कुछ ऐसे दोस्त खोजिये जो आप ही की तरह अंग्रेजी बोलना सीखना चाहते हैं. अगर आपके घर में ही कोई ऐसा है तो फिर तो और भी अच्छा है. लेकिन अगर ना हो तो ऐसे लोगों को खोजिये, और वो जितना आपके घर के करीब हों उतना अच्छा है. ऐसे दोस्तों से अधिक से अधिक बात करें और सिर्फ English में. हाँ ,चाहें तो आप mobile पर भी यही काम कर सकते हैं.
3. कोई mentor बना लें:
किसी ऐसे व्यक्ति को अपना mentor बना लें जो अच्छी English जानता हो, आपका कोई मित्र, आपका कोई रिश्तेदार, कोई पडोसी, कोई अंग्रेजी सीखाने वाला institute….कोई भी जो आपकी मदद के लिए तैयार हो. आपको अपने मेंटर से जितनी मदद मिल सके लेनी होगी. अगर आप को मेंटर ना मिले तो भी मायूस होने की ज़रुरत नहीं है आप अपने efforts में लगे रहे, मेंटर मिलने सी आपका काम आसानी से होता लेकिन ना मिलने पर भी आप अपने प्रयास से यह भाषा सीख सकते हैं.
4. पहले दिन से ही correct English बोलने का प्रयास मत करें:
अगर आप ऐसा करेंगे तो आप इसी बात में उलझे रह जायेंगे की आप सही बोल रहे हैं या गलत. पहला एक -दो महिना बिना किसी tension के जो मुंह में आये बोले, ये ना सोचें कि आप grammatically correct हैं या नहीं. जरूरी है कि आप धीरे -धीरे अपनी झिझक को मिटाएं .
5. English सीखने के लिए Alert रहे:
वैसे तो मैं अपनी spoken English का श्रेय अपने school St.Paul’s को देता हूँ पर अंग्रेजी के लिए अपनी alertness की वजह से भी मैंने बहुत कुछ सीखा है. मैं जब TV पर कोई English program देखता था तो ध्यान देता था की words को कैसे pronounce किया जा रहा है, और किसी word को sentence में कैसे use किया जा रहा है. इसके आलावा मैंने नए words सीखने के लिए एक diary भी बनायीं थी जिसमे मैं newspaper पढ़ते वक़्त जो words नहीं समझ आते थे वो लिखता था, और उसका use कर के एक sentence भी बनता था, इससे word की meaning याद रखने में आसानी होती थी.
6. बोल कर पढ़ें:
हर रोज आप अकेले या अपने group में तेज आवाज़ में English का कोई article या story पढ़ें. बोल -बोल कर पढने से आपका pronunciation सही होगा, और बोलने में आत्मविश्वास भी बढेगा.
7. Mirror का use करें:
मैं English बोलना तो जानता था पर मेरे अन्दर भी fluency की कमी थी, इसे ठीक करने के लिए मैं अक्सर अकेले शीशे के सामने खड़े होकर English में बोला करता था. और अभी भी अगर मुझे कोई presentation या interview देना होता है तो मैं शीशे के सामने एक -दो बार practice करके खुद को तैयार करता हूँ. आप भी अपने घर में मौजूद mirror का इस्तेमाल अपनी spoken English improve करने के लिए कीजिये. शीशे के सामने बोलने का सबसे बड़ा फायदा है कि आप को कोई झिझक नहीं होगी और आप खुद को improve कर पाएंगे.
8. Enjoy the process:
English बोलना सीखेने को एक enjoyment की तरह देखें इसे अपने लिए बोझ ना बनाएं. आराम से आपके लिए जो speed comfortable हो उस speed से आगे बढें . पर इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने प्रयत्न एकदम से कम कर दें, बल्कि जब आप इसे enjoy करेंगे तो खुद -बखुद इस दिशा में आपके efforts और भी बढ़ जायेंगे. आप ये भी सोचें कि जब आप fluently बोलने लगेंगे तब कितना अच्छा लगेगा , आप का confidence भी बढ़ जायेगा और आप सफलता की तरफ बढ़ने लगेंगे.
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