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ग्रहों की स्थिति

Q1. दूरी के अनुसार ग्रहों की स्थिति ? बुध (Mercury) शुक्र (Venus) पृथ्वी (Earth) मंगल (Mars) वृहस्पति (Jupiter) शनि (Saturn) यूरेनस (Uranus)...

उत्तर – राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय

अखिल भारतीय घरेलू उपभोक्ता व्यय सर्वेक्षण राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office – NSO) द्वारा हर पांच साल में आयोजित किया जाता है। यह सर्वेक्षण, जो गरीबी के स्तर का अनुमान लगाने में मदद करता है, इस साल लंबे अंतराल के बाद फिर से शुरू होने वाला है। 2011-12 के बाद से, भारत के पास प्रति व्यक्ति घरेलू खर्च पर कोई आधिकारिक अनुमान नहीं है, जिसका उपयोग गरीबी के स्तर का अनुमान लगाने और जीडीपी जैसे आर्थिक संकेतकों की समीक्षा करने के लिए किया जाता है। सरकार ने डेटा गुणवत्ता के मुद्दों के कारण पिछले सर्वेक्षण (2017-18) के निष्कर्षों को रद्द कर दिया था
#PT 2022
● The Escape Clause is mentioned under Section 4(2) of the Fiscal Responsibility and Budget Management(FRBM) Act.

● The Escape Clause allows the Center to breach its fiscal deficit target by 0.5 percentage points in exceptional circumstances. 

These exceptional circumstances include: 
a) National security 
b) war 
c) National calamity 
d) Collapse of agriculture 
e) Structural reforms and 
f)Decline in real output growth of a quarter by at least three percentage points below the average of the previous four quarters.
● RE-HAB Project is an innovative way of preventing elephant–human conflicts. 

● It is demonstrated by Khadi & Village Industries Commission’s (KVIC).

● Under this project, bee boxes are used as a fence to prevent elephants from entering human habitation.

● Elephants fear that the honeybees might sting them in their eyes & the inner side of the trunk. Also, the buzz of the bees irritates the elephants the most.

● The uniqueness of Project RE-HAB is that it does not cause any harm to both humans and elephants.
● It is launched by Ministry of Housing & Urban Affairs.

● Under Swachh Bharat Mission-Urban 2.0 (SBM-U 2.0) with the vision of creating Garbage Free Cities by 2026.

● Towards this end, one of the major objectives under the Mission is to remediate 16 crore metric tonnes (MT) of legacy waste dumpsites occupying nearly 15,000 acres of city land. 

● Legacy dumpsites pose a major threat to the environment and contributes to air pollution and water pollution. 

● Legacy wastes are the wastes that have been collected & kept for years at some barren land or a place dedicated for Landfill

Do watch this video so that your FOMO about current affairs will vent out....


● Partnership for Clean Fuels and Vehicles (PCFV) is the leading global public-private initiative promoting cleaner fuels and vehicles in developing countries and countries in transition.

● The initiative was established at the World Summit on Sustainable Development in 2002.

● UNEP hosts the Secretariat.

● The initiative has also launched a campaign to eliminate leaded petrol in 2002.

● The 2021 has marked the end of leaded petrol worldwide.
● First Movers Coalition was launched at the Climate Change Conference COP26 of UNFCCC.

● Aim: To bring together global companies with supply chains across carbon-intensive sectors.

● They range from major consumer goods firms that ship, truck and fly their products, to renewable energy companies that use steel to build wind turbines.

● These companies are leveraging their collective buying power to create the market conditions required to unleash innovation which will reduce the amount of carbon emitted in certain particularly pollutant industries.
● It is a radio telescope designed to answer major questions in astrophysics and cosmology.

● The telescope is a partnership between the University of British Columbia, McGill University, the University of Toronto and the Canadian National Research Council’s Dominion Radio Astrophysical Observatory.

● Working of CHIME Telescope:
- The CHIME telescope functions a bit differently from others used for radio astronomy. Most radio astronomy is done by rotating a large dish to focus light from different parts of the sky.

- On the other hand, the CHIME telescope comprises four massive parabolic radio antennas. It has no moving parts, and it receives radio signals each day from half of the sky as the Earth rotates.

- CHIME has a powerful digital signalling processor that works at about seven terabits per second – equivalent to a few percent of the world’s internet traffic.

- This digital signal processor reconstructs and looks in thousands of directions simultaneously. 

● Location: The telescope is located at Dominion Radio Astrophysical Observatory in British Columbia, Canada.
● It is an unmanned remotely operated tank. 

●Developed by DRDO. 

● It has been launched in three variants: 
Muntra-S : For surveillance
Muntra-M : For mine detection 
Muntra-N : For reconnaissance in areas with nuclear and biological threats. 

● It is also likely to be used in Naxal-hit areas.

● The Muntra variants have surveillance radar, an integrated camera along with laser range finder which can be used to spy on ground target 15km away – heavy vehicles or crawling men.
● This ‘warm’ vaccine is being developed by Raghavan Varadarajan, Professor at the Molecular Biophysics Unit, Indian Institute of Science Bangalore in association with Mynvax, a start-up that was incubated at IISc and was co-founded by him.

● It is a unique vaccine that can be stored at 37 degrees Celsius for a period of four weeks and for up to 90 minutes at 100 degrees Celsius.

● Vaccine contains a part of the coronavirus’s spike protein known as the receptor-binding domain (RBD) that helps the virus to stick to the host’s cell.
रूस ने लॉन्च की अपनी सबसे शक्तिशाली मिसाइल हाल ही में रूस ने अपनी सबसे शक्तिशाली कही जाने वाली मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया । 

इस मिसाइल को ' सरमत ' नाम दिया गया है । यह एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल ( ICBM ) है । ' सरमत ' मिसाइल की लंबाई 35.3 मीटर और व्यास 3 मीटर है । इसकी मारक क्षमता 18000 किलोमीटर बताई जा रही है । इस मिसाइल का वजन 200 टन से ज्यादा है ।

#Upsc
• ओखला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( Okhla Sewage Treatment Plant ) से यमुना की सफाई प्रक्रिया में एक प्रमुख भूमिका निभाने की उम्मीद की जा रही है ।

• यह संयंत्र दिल्ली में स्थित है ।

 • यह संयंत्र इस साल दिसंबर में पूरा हो जाएगा , इसके बाद यह एशिया का सबसे बड़ा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट होगा ।
 हाल ही में , पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी ज़िले में वन अधिकारियों ने तस्करों से स्वैम्प वॉलबी ( Swamp Wallaby ) नामक कंगारुओं की एक प्रजाति को बचाया है ... 

•यह ऑस्ट्रेलिया ( विक्टोरिया , न्यू साउथ वेल्स , क्वींसलैंड , दक्षिण ऑस्ट्रेलिया ) की स्थानिक प्रजाति है । इसका वैज्ञानिक नाम वालाबिया बाइकलर ( Wallabia bicolor ) है । ऐसा माना जाता है कि यह एकमात्र स्तनपायी प्रजाति है जो अपने पूरे वयस्क जीवन में गर्भवती रहने के साथ ही जीवन भर स्तनपान कराती है ।

• इसकी मादा प्रजाति में दो अलग - अलग गर्भाशय ( Uterus ) और अंडाशय ( Ovary ) होते हैं । एक गर्भाशय में गर्भावस्था के अंत से एक या दो दिन पूर्व ही दूसरे गर्भाशय में एक नया भ्रूण विकसित होने लगता है । इस प्रकार , इसके गर्भाशय में नियमित रूप से एक भ्रूण रहता है । 

•यह प्रजाति अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ की लाल सूची में ' कम चिंताजनक ' ( Least concern ) की श्रेणी में सूचीबद्ध है ।
(अंग्रेज़ी: North Atlantic Treaty Organization, NATO ; नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन, नाटो ) एक सैन्य गठबंधन है, जिसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई। इसका मुख्यालय (head quarter) ब्रुसेल्स (बेल्जियम) में है। संगठन ने सामूहिक सुरक्षा की व्यवस्था बनाई है, जिसके अन्तर्गत सदस्य राज्य बाहरी आक्रमण की स्थिति में सहयोग करने के लिए सहमत होंगे।

गठन के प्रारम्भ के कुछ वर्षों में यह संगठन एक राजनीतिक संगठन से अधिक नहीं था। किन्तु कोरियाई युद्ध ने सदस्य देशों को प्रेरक का काम किया और दो अमरीकी सर्वोच्च कमाण्डरों के दिशानिर्देशन में एक एकीकृत सैन्य संरचना निर्मित की गई। लॉर्ड इश्मे पहले नाटो महासचिव बने, जिनकी संगठन के उद्देश्य पर की गई टिप्पणी, "रूसियों को बाहर रखने, अमेरीकियों को अन्दर और जर्मनों को नीचे रखने" (के लिए गई है।) खासी चर्चित रही। यूरोपीय और अमरीका के बीच सम्बन्ध की भाँति ही संगठन की ताकत घटती-बढ़ती रही। इन्हीं परिस्थितियों में फ्रांस स्वतन्त्र परमाणु निवारक बनाते हुए नाटो की सैनिक संरचना से 1966 से अलग हो गया। मैसिडोनिया ६ फरवरी 2019 को नाटो का ३०वाँ सदस्य देश बना।[1]

1989 में बर्लिन की दीवार के गिरने के पश्चात संगठन का पूर्व की तरफ बाल्कन हिस्सों में हुआ और वारसा संधि से जुड़े हुए अनेक देश 1999 और 2004 में इस गठबन्धन में शामिल हुए। १ अप्रैल 2009 को अल्बानिया और क्रोएशिया के प्रवेश के साथ गठबन्धन की सदस्य संख्या बढ़कर 28 हो गई। संयुक्त राज्य अमेरिका में 11 सितम्बर 2001 के आतंकवादी आक्रमण के पश्चात नाटो नई चुनौतियों का सामना करने के लिए नए सिरे से तैयारी कर रहा है, जिसके तहत अफ़गानिस्तान में सैनिकों की और इराक में प्रशिक्षकों की नियुक्ति की गई है।

बर्लिन प्लस समझौता नाटो और यूरोपीय संघ के बीच 16 दिसम्बर 2002 को बनाया का एक व्यापक पैकेज है, जिसमें यूरोपीय संघ को किसी अन्तरराष्ट्रीय विवाद की स्थिति में कार्रवाई के लिए नाटो परिसम्पत्तियों का उपयोग करने की छूट दी गई है, बशर्ते नाटो इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता हो। नाटो के सभी सदस्यों की संयुक्त सैन्य खर्च दुनिया के रक्षा व्यय का 70% से अधिक है, जिसका संयुक्त राज्य अमेरिका अकेले दुनिया का कुल सैन्य खर्च का आधा हिस्सा खर्च करता है और ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली 15% खर्च करते हैं।

इतिहास 

द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् विश्व रंगमंच पर अवतरित हुई दो महाशक्तियों सोवियत संघ और अमेरिका के बीच शीत युद्ध का प्रखर विकास हुआ। फुल्टन भाषण व ट्रूमैन सिद्धान्त के तहत जब साम्यवादी प्रसार को रोकने बात कही गई तो प्रत्युत्तर में सोवियत संघ ने अंतर्राष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन कर १९४८ में बर्लिन की नाकेबन्दी कर दी। इसी क्रम में यह विचार किया जाने लगा कि एक ऐसा संगठन बनाया जाए जिसकी संयुक्त सेनाएँ अपने सदस्य देशों की रक्षा कर सके।

मार्च १९४८ में ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम, नीदरलैण्ड तथा लक्सेमबर्ग ने बूसेल्स की सन्धि पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य सामूहिक सैनिक सहायता व सामाजिक-आर्थिक सहयोग था। साथ ही सन्धिकर्ताओं ने यह वचन दिया कि यूरोप में उनमें से किसी पर आक्रमण हुआ तो शेष सभी चारों देश हर सम्भव सहायता देगे।

इसी पृष्ठभूमि में बर्लिन की घेराबन्दी और बढ़ते सोवियत प्रभाव को ध्यान में रखकर अमेरिका ने स्थिति को स्वयं अपने हाथों में लिया और सैनिक गुटबन्दी दिशा में पहला अति शक्तिशाली कदम उठाते हुए उत्तरी अटलाण्टिक सन्धि संगठन अर्थात नाटो की स्थापना की। संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर के अनुच्छेद १५ में क्षेत्रीय संगठनों के प्रावधानों के अधीन उत्तर अटलांटिक सन्धि पर हस्ताक्षर किए गए। उसकी स्थापना ४ अप्रैल, १९४९ को वांशिगटन में हुई थी जिस पर १२ देशों ने हस्ताक्षर किए थे। ये देश थे- फ्रांस, बेल्जियम, लक्जमर्ग, ब्रिटेन, नीदरलैंड, कनाडा, डेनमार्क, आइसलैण्ड, इटली, नार्वे, पुर्तगाल और संयुक्त राज्य अमेरिका

शीत युद्ध की समाप्ति से पूर्व यूनान, टर्की, पश्चिम जर्मनी, स्पेन भी सदस्य बने और शीत युद्ध के बाद भी नाटों की सदस्य संख्या का विस्तार होता रहा। १९९९ में मिसौरी सम्मेलन में पोलैण्ड, हंगरी, और चेक गणराज्य के शामिल होने से सदस्य संख्या १९ हो गई। मार्च २००४ में ७ नए राष्ट्रों को इसका सदस्य बनाया गया फलस्वरूप सदस्य संख्या बढ़कर २६ हो गई। इस संगठन का मुख्यालय बेल्जियम की राजधानी ब्रूसेल्स में हैं।

स्थापना के कारण 

(१) द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ ने पूर्वी यूरोप से अपनी सेनाएँ हटाने से मना कर दिया और वहाँ साम्यवादी शासन की स्थापना का प्रयास किया। अमेरिका ने इसका लाभ उठाकर साम्यवाद विरोधी नारा दिया। और यूरोपीय देशों को साम्यवादी खतरे से सावधान किया। फलतः यूरोपीय देश एक ऐसे संगठन के निर्माण हेतु तैयार हो गए जो उनकी सुरक्षा करे। व नाटो सगठन बनाया गया[1]

(२) द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान पश्चिम यूरोपीय देशों ने अत्यधिक नुकसान उठाया था। अतः उनके आर्थिक पुननिर्माण के लिए अमेरिका एक बहुत बड़ी आशा थी ऐसे में अमेरिका द्वारा नाटो की स्थापना का उन्होंने समर्थन किया।

उद्देश्य संपादित करें

1. यूरोप पर आक्रमण के समय अवरोधक की भूमिका निभाना।
2. सोवियत संघ के पश्चिम यूरोप में तथाकथित विस्तार को रोकना तथा युद्ध की स्थिति में लोगों को मानसिक रूप से तैयार करना।
3. सैन्य तथा आर्थिक विकास के लिए अपने कार्यक्रमों द्वारा यूरोपीय राष्ट्रों के लिए सुरक्षा छत्र प्रदान करना।
4. पश्चिम यूरोप के देशों को एक सूत्र में संगठित करना।
5. इस प्रकार नाटों का उद्देश्य "स्वतंत्र विश्व" की रक्षा के लिए साम्यवाद के लिए और यदि संभव हो तो साम्यवाद को पराजित करने के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता माना गया।
6 नाटो के 6 सदस्य देश एक दूसरे देशों के मध्य सुरक्षा प्रधान करता हैं ।
7 प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिका चाहता है कि पूरी दुनिया पर उसका शासन बने" (डॉ अनिल बाबरे)

संरचना

नाटों का मुख्यालय ब्रसेल्स में हैं। इसकी संरचना 4 अंगों से मिलकर बनी है-

1. परिषद : यह नाटों का सर्वोच्च अंग है। इसका निर्माण राज्य के मंत्रियों से होता है। इसकी मंत्रिस्तरीय बैठक वर्ष में एक बार होती है। परिषद् का मुख्य उत्तरायित्व समझौते की धाराओं को लागू करना है।[1]

2. उप परिषद् : यह परिषद् नाटों के सदस्य देशों द्वारा नियुक्त कूटनीतिक प्रतिनिधियों की परिषद् है। ये नाटो के संगठन से सम्बद्ध सामान्य हितों वाले विषयों पर विचार करते हैं।

3. प्रतिरक्षा समिति : इसमें नाटों के सदस्य देशों के प्रतिरक्षा मंत्री शामिल होते हैं। इसका मुख्य कार्य प्रतिरक्षा, रणनीति तथा नाटों और गैर नाटों देशों में सैन्य संबंधी विषयों पर विचार विमर्श करना है।

4. सैनिक समिति : इसका मुख्य कार्य नाटों परिषद् एवं उसकी प्रतिरक्षा समिति को सलाह देना है। इसमें सदस्य देशों के सेनाध्यक्ष शामिल होते हैं।

नाटो की भूमिका एवं स्वरूप संपादित करें:-

1. नाटों के स्वरूप व उसकी भूमिका को उसके संधि प्रावधानों के आलोक में समझा जा सकता है। संधि के आरंभ में ही कहा गया हस्ताक्षरकर्ता राष्ट्र के सदस्य देशों की स्वतंत्रता, ऐतिहासिक विरासत, वहाँ के लोगों की सभ्यता, लोकतांत्रिक मूल्यों, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और कानून के शासन की रक्षा की जिम्मेदारी लेगे। एक दूसरे के साथ सहयोग करना इन राष्ट्रों का कर्तव्य होगा इस तरीके से यह संधि एक सहयोगात्मक संधि का स्वरूप लिए हुए थी।

2. संधि प्रावधानों के अनुच्छेद 5 में कहा गया कि संधि के किसी एक देश या एक से अधिक देशों पर आक्रमण की स्थिति में इसे सभी हस्ताक्षरकर्ता देशों पर आक्रमण माना जाएगा और संधिकर्ता सभी राष्ट्र एकजुट होकर सैनिक कार्यवाही के माध्यम से एकजुट होकर इस स्थिति का मुकाबला करेंगे। इस दृष्टि से उस संधि का स्वरूप सदस्य देशों को सुरक्षा छतरी प्रदान करने वाला है।

3. सोवियत संघ ने नाटो को साम्राज्यवादी और आक्रामक देशों के सैनिक संगठन की संज्ञा दी और उसे साम्यवाद विरोधी स्वरूप वाला घोषित किया।

प्रभाव:-

1. पश्चिमी यूरोप की सुरक्षा के तहत बनाए गए नाटो संगठन ने पश्चिमी यूरोप के एकीकरण को बल प्रदान किया। इसने अपने सदस्यों के मध्य अत्यधिक सहयोग की स्थापना की।

2. इतिहास में पहली बार पश्चिमी यूरोप की शक्तियों ने अपनी कुछ सेनाओं को स्थायी रूप से एक अंतर्राष्ट्रीय सैन्य संगठन की अधीनता में रखना स्वीकार किया।

3. द्वितीय महायुद्ध से जीर्ण-शीर्ण यूरोपीय देशों को सैन्य सुरक्षा का आश्वासन देकर अमेरिका ने इसे दोनों देशों को ऐसा सुरक्षा क्षेत्र प्रदान किया जिसके नीचे वे निर्भय होकर अपने आर्थिक व सैन्य विकास कार्यक्रम पूरा कर सके।

4. नाटो के गठन से अमेरिकी पृथकक्करण की नीति की समाप्ति हुई और अब वह यूरोपीय मुद्दों से तटस्थ नहीं रह सकता था।

5. नाटो के गठन ने शीतयुद्ध को बढ़ावा दिया। सोवियत संघ ने इसे साम्यवाद के विरोध में देखा और प्रत्युत्तर में वारसा पैक्ट नामक सैन्य संगठन कर पूर्वी यूरोपीय देशों में अपना प्रभाव जमाने की कोशिश की।

6. नाटो ने अमेरिकी विदेश नीति को भी प्रभावित किया। उसकी वैदशिक नीति के खिलाफ किसी भी तरह के वाद-प्रतिवाद को सुनने के लिए तैयार नहीं रही और नाटो के माध्यम से अमेरिका का यूरोप में अत्यधिक हस्तक्षेप बढ़ा।

7. यूरोप में अमेरिका के अत्यधिक हस्तक्षेप ने यूरोपीय देशों को यह सोचने के लिए बाध्य किया कि यूरोप की सामाजिक-आर्थिक समस्याओं का समाधान यूरोपीय दृष्टिकोण से हल किया जाना चाहिए। इस दृष्टिकोण ने “यूरोपीय समुदाय” के गठन का मार्ग प्रशस्त किया।
📔 As the name suggests, a mutual fund is a fund that is created when a large number of investors put in their money, and is managed by professionally qualifed persons with experience in investing in diferent asset classes—shares, bonds, money market instruments like call money, and other assets such as gold and property. 

Their names usually give a good idea about what type of asset class a fund,  
also called a scheme, will invest in. 

For example, a diversifed equity fund will invest in a large number of stocks, while a gilt fund will invest in government securities, while a pharma fund will mainly invest in stocks of companies from the pharmaceutical and related industries.
• बामियान नगर , अफगानिस्तान की हिंदूकुश पर्वत श्रृंखला की बामियान घाटी में है । यह ऐतिहासिक रूप से रेशम मार्ग पर अवस्थित होने के कारण प्रमुख व्यापारिक केंद्र था । 

• कुषाण काल में बौद्ध भिक्षु बामियान घाटी में बसे , जिसके पश्चात् इस क्षेत्र में कई बौद्ध विहार और मठों का निर्माण करवाया गया ।

 • चीनी यात्री फाहियान लगभग 400 ईसवी में एवं ह्वेनसांग ने 632 ईसवी में इस स्थान का भ्रमण कर अपने यात्रा वृत्तांत में बौद्ध सभाओं की चर्चा की । 

• यहाँ मौजूद बुद्ध की मूर्तियों को वर्ष 2001 में तालिबानी कट्टरपंथियों ने डायनामाइट से नष्ट कर दिया । विदित है कि यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में बामियान घाटी के सांस्कृतिक परिदृश्य और पुरातात्त्विक अवशेष सम्मिलित है ।

•' मेस अयनक , अफगानिस्तान में बामियान से लगभग 200 किलोमीटर पूर्व में स्थित है । 

• मठों , मंदिरों और सैकड़ों बुद्ध प्रतिमाओं के 5,00,000 वर्ग मीटर में विस्तृत इस साईट को इस सदी की सबसे बड़ी पुरातात्विक खोजों में से एक माना जाता है । 

• हाल ही में अफगानिस्तान में स्थापित तालिबान शासन ने घोषणा की है कि वह मेस अयनक में प्राचीन बुद्ध प्रतिमाओं की रक्षा करेगा । 

• विदित है कि यह क्षेत्र तांबे की महत्त्वपूर्ण खनन साइट भी है , जहां तालिबान चीनी निवेश की उम्मीद कर रहा है ।
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ( International Energy Agency IEA ) , एक अंतर - सरकारी स्वायत्त संगठन है । इसकी स्थापना आर्थिक सहयोग और विकास संगठन ( Organisation of Economic Cooperation and Development- OECD ) फ्रेमवर्क के अनुसार वर्ष 1974 में की गई थी । 

• इसके कार्यों का फोकस मुख्यतः चार मुख्य क्षेत्रों पर होता है : ऊर्जा सुरक्षा , आर्थिक विकास , पर्यावरण जागरूकता और वैश्विक सहभागिता । 

• इसका मुख्यालय ( सचिवालय ) पेरिस , फ्रांस में है ।

 भूमिकाएँ और कार्य : 

● अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की स्थापना वर्ष 1973 1974 के तेल संकट के दौरान सदस्य देशों के लिए तेल आपूर्ति व्यवधानों का सामना करने में मदद करने के लिए की गयी थी । IEA द्वारा यह भूमिका वर्तमान में भी निभाई जा रही है । अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ( IEA ) के अधिदेश में समय के साथ विस्तार किया गया है । इसके कार्यों में वैश्विक रूप से प्रमुख ऊर्जा रुझानों पर निगाह रखना और उनका विश्लेषण करना , मजबूत ऊर्जा नीतियों को बढ़ावा देना और बहुराष्ट्रीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ावा देना शामिल किया गया है । 


IEA की संरचना एवं सदस्यता हेतु पात्रता :- 

वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ' में 30 सदस्य देश तथा में आठ सहयोगी देश शामिल हैं । इसकी सदस्यता होने के लिए किसी देश को आर्थिक सहयोग और विकास संगठन ( OECD ) का सदस्य होना अनिवार्य है । हालांकि OECD के सभी सदस्य आईईए के सदस्य नहीं हैं ।


किसी देश को अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का सदस्यता के लिए निम्नलिखित शर्ते पूरा करना आवश्यक है : 

• देश की सरकार के पास पिछले वर्ष के 90 दिनों में किए गए निवल आयात के बराबर कच्चे तेल और / अथवा उत्पाद भण्डार मौजूद होना चाहिए । भले ही यह भण्डार सरकार के प्रत्यक्ष स्वामित्व में न हो किंतु वैश्विक तेल आपूर्ति में व्यवधान को दूर करने के इसका उपयोग किया जा सकता हो । 


• देश में राष्ट्रीय तेल खपत को 10 % तक कम करने के लिए एक ' मांग नियंत्रण कार्यक्रम लागू होना चाहिए ।

• राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित आपातकालीन प्रतिक्रिया उपाय ( CERM ) लागू करने के लिए क़ानून और संस्था होनी चाहिए ।

 • मांग किये जाने पर देश की सीमा में कार्यरत सभी तेल कंपनियों द्वारा जानकारी दिए जाने को सुनिश्चित करने हेतु क़ानून और उपाय होने चाहिए ।

 ● अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के सामूहिक कार्रवाई में अपने योगदान को सुनिश्चित करने के लिए देश में क़ानून अथवा उपाय होने चाहिए । 


आइईए द्वारा प्रकाशित की जाने वाली रिपोर्ट्सः 

•वैश्विक ऊर्जा और CO2 स्थिति रिपोर्ट •विश्व ऊर्जा आउटलुक
• विश्व ऊर्जा सांख्यिकी 
•विश्व ऊर्जा संतुलन
 • ऊर्जा प्रौद्योगिकी परिप्रेक्ष्य
• भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए सलाहकार समिति का गठन किया गया है । 

• समिति की अध्यक्षता इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री ' अश्विनी वैष्णव करेंगे ।

 • यह समिति एक संरचित , कुशल और रणनीतिक तरीके से उद्देश्यों को आगे बढ़ाएगी , और इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन ( ISM ) के अधिकारियों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेगी ।
 ' बैजयंत पांडा समिति ' राष्ट्रीय कैडेट कोर ( NCC ) की व्यापक समीक्षा के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति है । 

समिति के उद्देश्य : 

• यह समिति एनसीसी कैडेटों को राष्ट्र निर्माण की दिशा में अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करने के लिए सशक्त बनाने के उपायों का सुझाव देगी । 

• संगठन की बेहतरी के लिए एनसीसी के पूर्व छात्रों की लाभदायक भागीदारी के तरीकों का प्रस्तावित करना ।

 • एनसीसी पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए इसी तरह के अंतर्राष्ट्रीय युवा संगठनों की सर्वोत्तम प्रथाओं की सिफारिश करना ।
 • यह भारत में केरल राज्य के त्रिशूर जिले के ' कुथिरन ' ( Kuthiran ) में निर्मित की जाने वाली जुड़वां - ट्यूब सुरंग है । 

• यह राष्ट्रीय राजमार्ग 544 पर स्थित है , जिसका स्वामित्व और संचालन ' भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधीन है ।

 • ' सड़क परिवहन ' के लिए यह केरल की पहली सुरंग है और दक्षिण भारत की सबसे लंबी 6 लेन सड़क सुरंग है ।

 • 1.6 किमी लंबी सुरंग को पीची वजहानी वन्यजीव अभयारण्य ( Peechi Vazahani wildlife sanctuary ) से होकर गुजरने के लिए डिजाइन किया गया है ।
 संदर्भ : 

हाल ही में , महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा ' मिशन वात्सल्य ' ( Mission Vatsalya ) योजना हेतु तैयार किए गए दिशा - निर्देशों के मसौदे को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके सुझाव लेने के लिए भेजा गया है । . मिशन वात्सल्य , मिशन शक्ति और पोषण 2.0 सहित उन तीन योजनाओं में से एक है , जिसका उद्देश्य हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल बचपन हासिल करना है । . यह मिशन बाल संरक्षण सेवाओं और बाल कल्याण सेवाओं पर केंद्रित है । . यह अभियान मुख्यतः ' बाल संरक्षण सेवा ' नामक पहले से मौजूद योजना का एक परिवर्तित नया नाम है । 

मिशन के उद्देश्य : 
1. भारत में हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना ।

2. बच्चों के विकास के लिए एक संवेदनशील , सहायक और समकालिक पारितंत्र को बढ़ावा देना । 

3. ' किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अधिदेश को पूरा करने में राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों की सहायता करना ।

 4. सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करना । घटक : इस मिशन में निम्नलिखित घटक शामिल होंगे : 1. वैधानिक निकाय ; 2. सेवा वितरण संरचनाएं ; 3. संस्थागत देखभाल / सेवाएं ; 4. गैर - संस्थागत समुदाय आधारित देखभाल ; 5. आपातकालीन आउटरीच सेवाएं ( चाइल्डलाइन या बच्चों के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन 1098 के माध्यम से ) ; 6. प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण ।

 कार्यान्वयनः 
● मिशन के तहत , परित्यक्त या लापता बच्चों जैसे असुरक्षित बच्चों की सुरक्षा हेतु अपनी इस योजना के लिए सरकार की योजना निजी क्षेत्र के साथ - साथ स्वयंसेवी समूहों के साथ भागीदारी करने की है । ● इसके लिए एक ' वात्सल्य पोर्टल ' विकसित किया जाएगा जहाँ पट स्वयंसेवक अपना पंजीकरण कर सकेंगे , जिससे इनके लिए राज्य और जिला प्राधिकरण द्वारा विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित करने हेतु संलग्न किया जा सकेगा ।

#Upsc
● Biodiversity prospecting or bioprospecting is the systematic search for biochemical and genetic information in nature in order to develop commercially valuable products for pharmaceutical, agricultural, cosmetic and other applications.

● It will help in promotes Innovation- medicinal properties of the plants are researched and utilised- Even our indigenous medical system is heavily based on bioprospecting.

● Convention on Biological Diversity, 1992 has measures to protect local communities from ensuring benefits derived are not abused by enterprises.

● Traditional knowledge is at the risk of biopiracy and intellectual property, especially for the countries who are not parties to Nagoya Protocol- which stems from CBD,1992 .
● The Forest Advisory Committee (FAC), an apex body under MoEF tasked with adjudicating requests to raze forest land for commercial ends, has approved the Green Credit Scheme that could allow “forests” to be traded as a commodity.

● FAC has recommended that private players be allowed to raise plantations to be later used towards CA.

● If implemented, it allows the Forest Department to outsource its responsibilities of reforesting to non government participating agencies — private companies, village forest communities, etc.

● After three years, they would be eligible to be considered as compensatory forest land if they met the Forest De partment’s criteria.

● The participating agency will be free to trade its asset, that is plantation, in parcels, with project proponents who need forest land and the forest land would then be transferred to the Forest Department and be recorded as forest land.
● In 2018, the Quito Adjustment is the adjustment made to the Montreal Protocol. 

● It aims to avoid 1ºC of future warming.

● In this, the decision to strengthen enforcement mechanisms of this accord in response to an unexpected rise in global emissions of the banned chemical trichlorofluoromethane or CFC-11 was adopted.

● Practical arrangements were made to implement the Kigali Amendment by approving technologies for destruction of substances controlled under the Protocol & adopting new data reporting requirements.



● News-Recently, first-of-its-kind World Health Organization (WHO) Global Centre for Traditional Medicine (GCTM) inaugurated in Jamnagar, Gujarat.

Purpose for establishing GCTM

● Aims to channel the potential of traditional medicine, by integrating it with technological advancements and evidence-based research.

● Set policies and standards on traditional medicine products and help countries create a comprehensive, safe, and high-quality health system.

● Support efforts to implement the WHO’s Traditional Medicine Strategy (2014-23)
● In February 2022, FSSAI decided to adopt the Health-Star Rating(HSR) system for food products

● Its aim is to guide consumers to opt for healthy food

● Under this system, packaged foods will display the number of stars on the front of the pack, indicating how healthy or unhealthy it is depending upon the amount of salt, sugar and fat it has

● It gives a product 1 star to 5 stars, in for front of package labelling (FOPL).

● Exclusion - Milk and dairy products will be excluded from this proposed front-of-the-pack labelling.

● This rating system will be initially voluntary from 2023 with a transition period of four years. After this, it would be made mandatory.

● At present, countries such as the UK, Chile, Mexico, New Zealand, and Australia have FoPL
● It can be produced from underground coal reserves through the process of coal gasification. It is a mixture of hydrogen (H2), carbon monoxide (CO) and carbon dioxide (CO2).

● It can also be produced from sewage, saw-dust, scrap wood, newspapers and other biomass wastes.

● Syngas can be used as a feedstock for the production of methanol, fertilisers, ammonia, urea etc. 

● The syngas obtained from coal gasification can be used in a variety of applications such as in the production of electricity and making chemical products such as fertilisers.
❇️ 21st April 

🇮🇳 National Civil Service Day

🧰 India observes National Civil Services Day on April 21 every year to acknowledge the works of officers engaged in several public service departments in the country.

National Civil Service Day observed since 2006.

Vallabh Bhai Patel referred to civil servants as ‘steel frame of India’.

Civil Service in India consists of
- IAS
- IPS
- IFS
- All India Services
- Central Services Group A&B

“Mission Karmayogi” has been launched with the objective of enhancing governance through Civil Service Capacity Building.

 “MODERN INDIA: For Civil Services And Other Competitive Examinations” Authored By Poonam Dalal Dahiya

● Arunachal Pradesh Cabinet has approved Kaiser-i-Hind as the State butterfly of Arunachal Pradesh.

● It is found in Nepal, Bhutan, Myanmar, Laos, Vietnam and southern China.

● In India, it is found in six states along the eastern Himalayas at elevations from 6,000-10,000 feet in well-wooded terrain.

● Conservation Status-
     IUCN : Near Threatened
     CITES: Appendix II
     WPA 1972: Schedule II
 
● Learn along with it-
Other State Butterflies
- Tamil Nadu: Tamil Yeoman
- Maharashtra: Blue Mormon
- Uttarakhand: Common Peacock
- Karnataka: Southern Birdwing and 
- Kerala: Malabar banded peacock or buddha butterfly.
भारत में ' समुद्री खीरे ' ( Sea cucumber ) ' वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 ' की अनुसूची । के तहत सूचीबद्ध एक ' लुप्तप्राय ( Endangered ) प्रजाति के रूप में माना जाता है । • समुद्र खीरा , एक अकशेरूकीय समुद्री जीव है , जो आमतौर पर उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में समुद्री तल पर पाया जाता है । मोटे खीरे की तरह दिखने वाले , इनके असामान्य लंबोतर आकार की वजह से इनका नाम समुद्र खीरा रखा गया है ।

 • ये जीव ' प्रवाल पारिस्थितिकी तंत्र ( coral ecosystem ) का एक अभिन्न अंग होते हैं क्योंकि समुद्री खीरा चयापचय के बाद मुख्य उपोत्पाद के रूप में कैल्शियम कार्बोनेट मुक्त करता है , जो कि प्रवाल भित्तियों के अस्तित्व के लिये आवश्यक होता है । ' समुद्री खीरे ' , सागरीय जगत के अपशिष्ट संग्रहकर्ता के रूप में कार्य करते हैं और पोषक तत्त्वों को पुनः चक्रित करते हैं , इस प्रकार ये प्रवाल भित्तियों को अनुकूल स्थिति में रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । • चीन और दक्षिण पूर्व एशिया में समुद्री खीरे की अत्यधिक मांग है । • मुख्य रूप से रामनाथपुरम और तूतीकोरिन जिलों से मछली पकड़ने के जहाजों में तमिलनाडु से श्रीलंका तक इनकी तस्करी की जाती है । • IUCN रेड लिस्ट : ब्राउन सी खीरा ( लुप्तप्राय ) , ब्लैकस्पॉटेड सी खीरा ( संकटमुक्त ) , ब्लू सी खीरा ( आंकड़ों का अभाव ) , आदि ।
हाल ही में , ' लैवेंडर ' ( Lavender ) को एक ' डोडा ब्रांड उत्पाद ( Doda Brand Product ) के रूप में नामित किया गया है । ' डोडा ' , भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के ' डोडा जिले ' का एक कस्बा और अधिसूचित क्षेत्र समिति है । • डोडा भारत की बैंगनी क्रांति ( अरोमा मिशन ) का जन्मस्थान है और कृषि - स्टार्टअप उद्यमियों और किसानों को आकर्षित करने के लिए मोदी सरकार की ' एक जिला , एक उत्पाद पहल के तहत लैवेंडर को बढ़ावा दिया जा सकता है
हाल ही में , अमेरिकी अधिकारियों ने रूस को यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करने की चेतावनी दी है और दोनों देशों से , पूर्वी यूक्रेन में रूसी प्रवक्ताओं द्वारा अलगाववादी युद्ध को समाप्त करने के लिए डिज़ाइन किए गए 2014 और 2015 में मिन्स्क में हस्ताक्षरित समझौतों पर लौटने का आग्रह किया है । 

पहला मिंस्क समझौता ( Minsk I ) :-

 यूक्रेन और रूसी समर्थित अलगाववादियों ने सितंबर 2014 में बेलारूस की राजधानी मिंस्क में 12 सूत्रीय संघर्ष विराम समझौते पर सहमति व्यक्त की । . इसके प्रावधानों में कैदियों का आदान - प्रदान , मानवीय सहायता का वितरण और भारी हथियारों को तैनाती से हटाया जाना शामिल थे । दोनों पक्षों द्वारा उल्लंघन किए जाने से यह समझौता शीघ्र ही टूट गया । 

दूसरा मिंस्क समझौता ( Minsk II ) : -

 वर्ष 2015 में , फ्रांस और जर्मनी की मध्यस्थता के तहत , ' दूसरे मिस्क शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद एक खुला संघर्ष टल गया था । • इस समझौते को विद्रोही क्षेत्रों में लड़ाई समाप्त करने और सीमा को यूक्रेन के राष्ट्रीय सैनिकों को सौंपने के लिए तैयार किया गया था ।
 हाल ही में , जर्मनी में ' म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन ' ( Munich Security Conference ) का आयोजन किया जा रहा है , जिसमे भारत भी भाग ले रहा है ।

 • ' म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन ' ' अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर एक वार्षिक सम्मेलन है , जिसे 1963 से हर साल म्यूनिख , बवेरिया , जर्मनी में आयोजित किया जाता है । 

•यह सम्मेलन प्रतिवर्ष फरवरी माह में आयोजित किया जाता है । 

• पिछले चार दशकों में ' म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन ' अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा नीति निर्णयकर्ताओं द्वारा विचारों के आदान - प्रदान के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्वतंत्र मंच बन गया है ।

• प्रत्येक वर्ष , यह सम्मलेन वर्तमान और भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों पर गहन बहस में शामिल होने के लिए दुनिया भर के 70 से अधिक देशों के लगभग 350 वरिष्ठ हस्तियों को एक मंच पर लाता है ।
● It is defined as a state whereby the amount and quality of land resources, necessary to support ecosystem functions and services and enhance food security, remains stable or increases within specified temporal and spatial scales and ecosystems.

● Target 15.3 of the Sustainable Development Goals(SDG) aims to achieve Land Degradation Neutrality (LDN) worldwide by 2030. 

● The United Nations Convention to Combat Desertification (UNCCD) adopted LDN as the principal target of the Convention at COP12 in October 2015.

● Any metallic chemical element that has a relatively high density (> 5 g/cm 3) and is toxic or poisonous at low concentrations.

● Examples of heavy metals include mercury (Hg), cadmium (Cd), arsenic (As), chromium (Cr), thallium (Tl), and lead (Pb)

● Source of Heavy Metals:

Natural Sources:
» Geographical phenomena like volcanic eruptions, weathering of rocks, leaching into rivers, lakes and oceans due to action of water.

Anthropogenic Sources:
» Released into the water through anthropogenic activities such as mining, manufacturing, electroplating, electronics, discharge from auto exhaust, domestic waste, agricultural waste and fertilizer production.
● National Gene Bank was established in 1996.

● It aims to preserve the seeds of Plant Genetic Resources (PGR) for future generations in the form of seeds, genomic resources, pollen etc.

● It is hosted by National Bureau of Plant Genetic Resources (NBPGR), New Delhi.

● It can store different crop groups such as cereals, millets, medicinal and aromatic plants and narcotics, etc.

● The NGB has four kinds of facilities, namely, Seed Gene bank (- 18°C), Cryogene bank (-170°C to -196°C), In vitro Gene bank (25°C), and Field Gene bank, to cater to long-term as well as medium-term conservation

5Gi

 ●5Gi is a locally designed telecommunication network that has been designed by IIT Hyderabad, IIT Madras and the Centre of Excellence in Wireless Technology

 ● The project is approved by the Department of Telecommunications in India and has been provided with funding as well. 

● The technology developed by Indian institutions will be an alternative to the global 5G standards and 

● It has already got approval from the International Communication Unit.

 ● 5Gi provides a higher range at a lower frequency as compared to Standard 5G service.
● Edge computing means taking real-time decisions close to the source of data. 

● By locating computational intelligence close to the individual and different sources of the data, edge computing reduces latency in the implementation of a requested service. 

● It is predicted that edge computing would be the next big trend after cloud. The global edge computing market is forecasted to reach more than $ 8 Billion by 2025 valued growing at more than 32% between 2019-2025

▪️Makar Sankranti: The festival of Makar Sankranti will be celebrated in Karnataka when the Sun enters the Makar zodiac and the days begin to lengthen compared to nights. 

Pongal: In South India and particularly in Tamil Nadu, it’s the festival of Pongal which is being celebrated over 4 days at harvest time. 

▪️Magha Bihu: In Assam and many parts of the North East, the festival of Magha Bihu is celebrated.It sees the first harvest of the season being offered to the gods along with prayers for peace and  
prosperity. 

▪️Uttarayan: Gujarat celebrates it in the form of the convivial kite festival of Uttarayan. 

▪️Maghi: In Punjab, Makar Sankranti is celebrated as Maghi. Bathing in a river in the early hours on Maghi is important. 

▪️Saaji: In Shimla District of Himachal Pradesh, Makara Sankranti is known as Magha Saaji. Saaji is the Pahari word for Sankranti, start of the new month. Hence this day marks the start of the month of Magha. 

▪️Kicheri: The festival is known as Kicheri in Uttar Pradesh and involves ritual bathing. 

Outside India: 
▪️Shakrain is an annual celebration of winter in Bangladesh, observed with the flying of kites. 

▪️Maghe Sankranti is a Nepalese festival observed on the first of Magh in the Bikram Samwat Hindu Solar Nepali calendar (about 14 January).
▪️In the Natya Shastra, compiled by Bharat Muni dated 200 B.C.-200 A.D., musical instruments have been 
divided into four main categories on the basis of how sound is produced.
 
Tata Vadya - Stringed Instruments 
▪️Sound is produced by the vibration of a string or chord. These vibrations are caused by plucking or by bowing on the string which has been pulled taut. 
▪️It is divided as the plucked and the bowed. 
▪️Examples: veena, rudraveena, gotuvadyam, sitar, sarod, guitar, 
mandolin, etc.
 
Sushira Vadya 
▪️Sound is produced by blowing air into an hollow column. 
▪️Examples: Flute,  Shehnai, Nadaswaram, etc.
 
Avanaddha Vadya 
▪️sound is produced by striking the animal skin which has been 
stretched across an earthern or metal pot or a wooden barrel or 
frame. 
▪️Examples: Drums, table, nagada, etc.
 
Ghana Vadya 
▪️Played with a striker or hammer. 
▪️Examples: Chipli, Taal, sticks, clappers, etc.
▪️Dhrupad - Effort from vocal chords and lungs 
▪️Dhamar - Play of Krishna during holy 
▪️Khayal - Delicate, romantic and based on imagination. 
▪️Thumri - Romantic religious literature 
▪️Tappa - Quick turn of phase 
▪️Bhajan - Religious devotional songs 
▪️Tarana - Syllables stung together to set a rhythm 
▪️Sabadas - Sikh religious songs 
▪️Qawali - Indo- Muslim repertories of songs in groups. 
▪️Ghazal - Independent couplets on love and devotion
●South Asia — comprising Bangladesh, Bhutan, India, Maldives, Nepal, Pakistan and Sri Lanka — is wedged between the world's two largest areas of illicit poppy cultivation, commonly referred to as the Golden Crescent and the Golden Triangle.

●Golden Crescent is a mountainous area of Iran, Afghanistan and Pakistan where opium has been grown for hundreds of years. 

●The Golden Triangle is the area where the borders of Thailand, Laos, and Myanmar meet at the confluence of the Ruak and Mekong rivers. 
प्रसंग:
'स्वनिधि से समृद्धि' के बारे में:

यह का एक अतिरिक्त कार्यक्रम है
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत लॉन्च किया गया।
कार्यान्वयन भागीदार: भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई)।

कार्यक्रम के पहले चरण के दौरान, इसने 125 शहरों को कवर किया, जिसमें लगभग 35 लाख स्ट्रीट वेंडर और उनके परिवार शामिल थे।
उद्देश्य: सड़क विक्रेताओं को उनके समग्र विकास और सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करना।

कार्यक्रम के तहत, भारत सरकार की आठ कल्याणकारी योजनाओं के लिए उनकी पात्रता का आकलन करने और पात्र योजनाओं की मंजूरी की सुविधा के लिए पीएम स्वनिधि लाभार्थियों और उनके परिवारों की सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइलिंग की जाती है। 

इन आठ योजनाओं में शामिल हैं:

1) प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना।

2) पीएम सुरक्षा बीमा योजना।

3) प्रधानमंत्री जन धन योजना।

4) भवन और अन्य निर्माण श्रमिक (रोजगार का विनियमन और सेवा की शर्तें) अधिनियम (बीओसीडब्ल्यू)।

5) प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना।

6) राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) -पोर्टेबिलिटी लाभ - एक राष्ट्र एक राशन कार्ड (ओएनओआरसी)।

7) जननी सुरक्षा योजना और 8) प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना।

पीएम स्वानिधि योजना :
यह 50 लाख से अधिक स्ट्रीट वेंडरों को ₹10,000 तक का किफायती ऋण प्रदान करने के लिए एक विशेष माइक्रो-क्रेडिट सुविधा योजना है, जिनका व्यवसाय 24 मार्च 2020 को या उससे पहले चालू था।

भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक इस योजना के कार्यान्वयन के लिए तकनीकी भागीदार है।

यह सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट के माध्यम से ऋण देने वाली संस्थाओं को क्रेडिट गारंटी का प्रबंधन करेगा । 

योजना के तहत ऋण:
इस योजना के तहत, विक्रेता ₹10,000 तक का कार्यशील पूंजी ऋण प्राप्त कर सकते हैं, जो एक वर्ष के भीतर मासिक किश्तों में चुकाने योग्य है।

ऋण के समय पर/जल्दी चुकौती पर, छह महीने के आधार पर प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से लाभार्थियों के बैंक खातों में 7% प्रति वर्ष की ब्याज सब्सिडी जमा की जाएगी।
ऋण की जल्दी चुकौती पर कोई जुर्माना नहीं लगेगा। 

पात्रता :
यह योजना विभिन्न क्षेत्रों/संदर्भों में सामान और सेवाओं की आपूर्ति करने वाले विक्रेताओं, फेरीवालों, ठेलेवालों, रेहड़ीवालों, थेलीफड़ों पर लागू है। आसपास के शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित स्ट्रीट वेंडर भी शामिल हैं।

इस रणनीति के तहत उस शख्स या ग्रुप के लिए कंपनी को टेकओवर करना मुश्किल हो जाता है।

 जैसे- कंपनी कुछ छूट के साथ दूसरों को कंपनी के अतिरिक्त शेयर खरीदने की अनुमति दे देती है. ऐसा करने पर टेकओवर करने वाले के शेयर की कीमतें कम हो जाती हैं।

(यह टर्म ट्विटर और एलन मस्क के बीच चल रहें विवाद के कारण चर्चा में आया है।

#prelims #ImpFacts

● It is an international financial institution and a specialised agency of the United Nations

 ● It works to address poverty and hunger in rural areas of developing countries. 

● It is the only multilateral development organization that focuses solely on rural economies and food security.

● Headquartered in Rome, Italy, 

● India is a founder member of IFAD

● IFAD has 177 member states and works in partnership with the Organization of the Petroleum Exporting Countries (OPEC) and members of the Organisation for Economic Co-operation and Development (OECD).
Read the passage below and solve the questions based on it.

On 13th of November, I kept some money in a magical purse in which on every alternate day starting from the 13th, money increases with respect to the closing amount on the evening of the previous day, that the ratio of money becomes 2:1 but on every alternate day starting from the 14th, the money decreases by 10, when compared to the closing amount on the evening of the previous day. I had 500 on the 19th and the magical purse kept on multiplying money for me till the 25th of that November.
-The Returning Officer (RO) of a Parliamentary or assembly constituency is responsible for the conduct of elections in the Parliamentary or assembly constituency concerned. 

-When an application for recounting of votes is made, the returning officer shall decide the matter and may allow the application in whole or in part or
may reject it in its entirety if it appears to him to be frivolous or unreasonable. 

-As per provisions of the Representation of the People Act, 1951, the decision of a returning officer can only be challenged through an election petition under section 80 of the Act.

😢 On April 13th 1919, a large crowd gathered peacefully at Jallianwala Bagh, Amritsar, Punjab to protest the arrest of Dr. Satyapal & Dr. Saifuddin Kitchlew. Colonel Reginald Dyer, the Military Commander of Amritsar, surrounded the Bagh with his troops, closed the gates & gave order to shoot at the peaceful congregation. There was a massacre. Hundreds were killed & thousands wounded. This incident is known as the Jallianwala Bagh massacre. It sent a wave of shock & horror amongst the people. 

🔺 Rabindranath Tagore, in protest, renounced his knighthood - a title of honour given to him by the British.

🔺 Gandhi returned the Kaiser-e-Hind medal given to him by the South African Govt.

💠IMPORTANT DATE
🔸Rowlatt Acts - February, 1919
🔸Hunter Commission -14 October, 1919
🔸INC Session - December, 1919 ( Amritsar)

🔸SSC QUESTION IN RESONING
Jallianwala Bagh Massacre, Simon Commission, Dandi March, ?
Ans : Quit-India Movement

जलियाँवाला बाग : 13 अप्रैल 
भारत के पंजाब प्रान्त में स्थित अमृतसर के स्वर्ण मन्दिर के निकट जलियाँवाला बाग में 13 अप्रैल 1919 (बैसाखी के दिन) जो हुआ था वह आज भी दुनिया के सबसे क्रूर व हिंसक नरसंहारों में से एक माना जाता हैं। 
कारण :

• जलियाँवाला बाग में बैसाखी के दिन रौलेट एक्ट का विरोध करने के उद्देश्य से एक शांतिपूर्ण सभा बुलाई गई थी जहाँ बूढ़े-जवान, औरतें-बच्चे सभी हज़ारों की तादाद में शामिल थे।

• भारी विरोध के चलते अंग्रेजी सरकार ने कुछ विरोधी प्रान्तों में कर्फ्यू लगा रखा था जिनमें से एक पंजाब भी था। ऐसे में इतनी भारी संख्या में लोगों का एक जगह होना प्रान्त के तात्कालिक लेफ्टिनेंट गर्वनर ओ’डायर को नागवार गुजरा और सभी भारतवासियों को एक कठोर सन्देश देने के लिए उसने अपनी सेना को इस नरसंहार को अंजाम देने का आदेश दिया।

लेफ्टिनेंट गर्वनर ओ’डायर :
• आयरलैंड की जमींदार पृष्ठभूमि वाले ओ’डायर अपनी भारत विरोधी तथा किसी भी राजनीतिक असंतोष को पहले ही अवसर में कुचल देने वाली सोच के अलावा उनके प्रशासन में वर्ष 1919 से पहले हुई निर्मम भर्ती की वजह से काफी अलोकप्रिय थे। 

बिना चेतावनी के फ़ायरिंग :
• गर्वनर ओ’डायर के आदेश की पालना करते हुए ब्रिगेडियर जनरल रेजिनॉल्ड डायर के नेतृत्व में "गुरखाज़ राइट, 59 लेफ़्ट के 25 गोरखा और 25 बलूच हथियारबंद सैनिकों ने सभा में उपस्थित भीड़ को बिना कोई मौका दिए फायरिंग शुरू कर दी।  

• इस हत्याकांड में हताहतों की संख्या स्पष्ट रूप से सामने नहीं है। अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में जहाँ 484 शहीदों की सूची है तो जलियांवाला बाग में कुल 388 शहीदों की। ब्रिटिश राज के अभिलेख में 200 लोगों के घायल व 379 लोगों के शहीद होने का जिक्र है तो वहीँ अनाधिकारिक आँकड़ों के अनुसार शहीदों की संख्या 1000 से अधिक और घायलों की 2000 से भी ज्यादा हैं।

परिणाम : 
• तात्कालिक ब्रिटिश प्रशासन के कुछ दयालु व भारत हितेषी अफसरों की नज़रों से लेकर वर्तमान ब्रिटेन में भी इस दिन को ब्रिटिश साम्राज्य का एक काला अध्याय माना जाता है।

• सत्य यह भी है कि इस हिंसक घटना ने कहीं न कहीं भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के राज की उल्टी गिनती शुरू कर दी थी।
❇️ 12th April

🚀 International Day of Human Space Flight

🚀Aim to promote aspirations to explore and maintain outer space for peaceful purposes.

🚀12 April 1961 was the date of the first human space flight, carried out by Yuri Gagarin, a Soviet citizen.

🚀1st Indian to go into space : Rakesh Sharma

🔶ISRO to Set-up Space Technology Incubation Center at NIT-Rourkela

🔶NASA’s Launched World’s Largest Telescope Named James Webb Space

🔶China Launches “Shijian-6 05” Satellites For Space Exploration

🔶France Conducts “AsterX” its 1st Military Exercise in Space

🔶Infosys And Rolls-Royce Launched ‘Aerospace Engineering And Digital Innovation Centre’

🔶SpaceX creates New World Record by Launching 143 satellites in Single Launch

🔶World’s first wooden satellite to be launched by Japan in 2023 to reduce space Junk

🔶Indian Origin Anil Menon Is SpaceX’s First Flight Surgeon

🔶World Space Week: 04-10 October

महात्मा जोतिराव गोविंदराव फुले (11 अप्रैल 1827 - 28 नवम्बर 1890 ) एक भारतीय समाजसुधारक, समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी कार्यकर्ता थे। इन्हें महात्मा फुले एवं ''जोतिबा फुले के नाम से भी जाना जाता है। सितम्बर 1873 में इन्होने महाराष्ट्र में सत्य शोधक समाज नामक संस्था का गठन किया। महिलाओं व दलितों के उत्थान के लिय इन्होंने अनेक कार्य किए। समाज के सभी वर्गो को शिक्षा प्रदान करने के ये प्रबल समथर्क थे। वे भारतीय समाज में प्रचलित जाति पर आधारित विभाजन और भेदभाव के विरुद्ध थे।

उन्‍होंने विधवाओं और महिलाओं के कल्याण के लिए बहुत काम किया, इसके साथ ही किसानों की हालत सुधारने और उनके कल्याण के लिए भी काफी प्रयास किये। स्त्रियों की दशा सुधारने और उनकी शिक्षा के लिए फुले ने 1848 में एक स्कूल खोला। यह इस काम के लिए देश में पहला विद्यालय था। लड़कियों को पढ़ाने के लिए अध्यापिका नहीं मिली तो उन्होंने कुछ दिन स्वयं यह काम करके अपनी पत्नी सावित्री फुले को इस योग्य बना दिया। कुछ लोगों ने आरम्भ से ही उनके काम में बाधा डालने की चेष्टा की, किंतु जब फुले आगे बढ़ते ही गए तो उनके पिता पर दबाब डालकर पति-पत्नी को घर से निकालवा दिया इससे कुछ समय के लिए उनका काम रुका अवश्य, पर शीघ्र ही उन्होंने एक के बाद एक बालिकाओं के तीन स्कूल खोल दिए।

निर्धन तथा निर्बल वर्ग को न्याय दिलाने के लिए ज्योतिबा ने 'सत्यशोधक समाज' 1873 मे स्थापित किया। उनकी समाजसेवा देखकर 1888 ई. में मुंबई की एक विशाल सभा में उन्हें 'महात्मा' की उपाधि दी। ज्योतिबा ने ब्राह्मण-पुरोहित के बिना ही विवाह-संस्कार आरम्भ कराया और इसे मुंबई उच्च न्यायालय से भी मान्यता मिली। वे बाल-विवाह विरोधी और विधवा-विवाह के समर्थक थे। अपने जीवन काल में उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखीं-गुलामगिरी, तृतीय रत्न, छत्रपति शिवाजी, राजा भोसला का पखड़ा, किसान का कोड़ा, अछूतों की कैफियत. महात्मा ज्योतिबा व उनके संगठन के संघर्ष के कारण सरकार ने ‘एग्रीकल्चर एक्ट’ पास किया। धर्म, समाज और परम्पराओं के सत्य को सामने लाने हेतु उन्होंने अनेक पुस्तकें भी लिखी

ब्रिटिश सरकार द्वारा उपाधि: 1883 में स्री यो को शिक्षा प्रदान कराने के महान कार्य के लिए उन्हें तत्कालीन ब्रिटिश भारत सरकार द्वारा "स्त्री शिक्षण के आद्यजनक" कहकर गौरव किया।
एक दशक पहले तक फिनाले शब्द इतना चर्चित नहीं था परंतु अब चारों तरफ ग्रैंड फिनाले ही सुनाई देता है। सवाल यह है कि जब डिक्शनरी में फाइनल (Final) शब्द मौजूद है तो फिर उसकी जगह फिनाले (Finale) का उपयोग क्यों किया जाता है। आइए पता लगाते हैं कि Final-फाइनल और Finale-फिनाले में क्या कोई अंतर है, या फिर खुद को एडवांस दिखाने के लिए लोग फिनाले शब्द का उपयोग करने लगे हैं।

विशेषज्ञ बताते हैं कि फाइनल और फिनाले के बीच में बहुत बड़ा अंतर है। ज्यादातर लोग नहीं जानते लेकिन मजेदार बात यह है कि ज्यादातर लोग इसका सही उपयोग करते हैं। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार फाइनल का अर्थ होता है श्रृंखला के अंत में जबकि फिनाले का अर्थ होता है समापन। Final-फाइनल और Finale-फिनाले के बीच कोई संबंध नहीं है। दोनों शब्दों को एक दूसरे की जगह उपयोग नहीं किया जा सकता है। 

🎛️Final-फाइनल और Finale-फिनाले के बीच अंतर- सरल शब्दों में समझिए👉🏻
सेमेस्टर एग्जाम या फिर किसी भी कोर्स में जहां एक से अधिक परीक्षा कार्यक्रम होते हैं वहां अंतिम परीक्षा को फाइनल एग्जाम कहा जाता है। कृपया ध्यान दीजिए, फाइनल एग्जाम शब्द का उपयोग किया जाता है जब एक से अधिक एग्जाम होते हो। यदि किसी कोर्स में सिर्फ एक ही एग्जाम होता है तब उसे फाइनल एग्जाम नहीं कहा जाता। 

किसी सीरियल या फिर किसी रियलिटी शो का "समारोहपूर्वक" समापन होता है तब उसे फिनाले या फिर ग्रैंड फिनाले कहा जाता है। कृपया ध्यान दीजिए, यहां समापन के साथ समारोह अनिवार्य है। यदि समारोह नहीं होता तो फिर फिनाले भी नहीं होता। उसे अपन लास्ट एपिसोड कहेंगे।

स्पोर्ट्स के मामले में भी श्रृंखला होती है। प्रश्न उपस्थित होना चाहिए कि कई बार फाइनल मैच होता है और कई बार सीरीज का ग्रैंड फिनाले। यहां दोनों शब्दों का उपयोग किया जा रहा है लेकिन दोनों के बीच अंतर स्पष्ट है। यदि किसी प्रतियोगिता का अंतिम खेल होने वाला है तब उसे फाइनल मैच कहा जाएगा लेकिन यदि उसके साथ समारोह शामिल है तब उसे फिनाले कहा जाएगा।

Census provides information on size, distribution and socio-economic, demographic and other characteristics of the country’s population.

The Census was first started under British Viceroy Lord Mayo in 1872. It helped in framing new policies, government programs to uplift areas of improvement in the community.

The first synchronous census in India was held in 1881. Since then, censuses have been undertaken uninterruptedly once every ten years.
 
Who conducts? Office of the Registrar General and Census Commissioner, under the MHA,

FSR is published twice in a year by RBI that presents an assessment of the health of the financial system.

•The RBI also conducts a Systemic Risk Survey (SRS), wherein it asks experts and market participants to assess the financial system on five different types of risks 

1. Global
2. Financial
3. Macroeconomic
4. Institutional
5.General

•FSR details the current status of different financial institutions such as all the different types of banks and non-banking lending institutions. 

It also maps the state of credit growth and the rate at which borrowers are defaulting on paying back loans.

•Reading the FSR tells us how robust or vulnerable our financial system — especially our banking system — is to the changes in the economy.


लाल नदी वियतनाम देश में बहती है। वियतनाम दक्षिणपूर्व एशिया के हिन्दचीन प्रायद्वीप के पूर्वी भाग में स्थित एक देश है।

इसके उत्तर में चीन, उत्तर पश्चिम में लाओस, दक्षिण पश्चिम में कंबोडिया और पूर्व में दक्षिण चीन सागर स्थित है।

 बौद्ध धर्म यहां का प्रमुख धर्म है जो देश जनसंख्या का 85% हिस्सा है।

बता दे कि ब्रहमपुत्र नदी को ब्रह्मा की बेटी तथा भारत की लाल नदी भी कहा जाता है।....
यु.एन.डी.पी.ने 1990 मध्ये पहिल्यांदा मानव विकास अहवाल जाहीर केला. त्यामध्ये विविध देशांचे मानव विकास निर्देशांक मोजण्यात आले होते. त्यामागील प्रेरणा पाकिस्तानी अर्थतज्ञ महबूब-उल-हक आणि अमर्त्य सेन यांची होती.
महबूब-उल-हक यांना ‘मानव विकास निर्देशांकाचे जनक’ म्हणून संबोधले जाते.
2010 मध्ये हा निर्देशांक ज्या घटकांवरून काढला जातो, त्यात बदल करण्यात आला. त्यानुसार, मानव विकास निर्देशांक पुढील तीन निकष (dimensions) व त्यांच्याशी संबंधित चार निर्देशक (indicators) यांवरून काढला जातो.
कृषि क्षेत्र के उत्पादों की गुणवता प्रमाणित करने के लिए भारत सरकार के विपणन एवं निरीक्षण निदेशालय द्वारा लगाया जाता है। यह 1986 से प्रभावी है, यह दालों, अन्न, खाद्य तेलों, तेलों, फलों एवं सब्जियों तथा अर्द्ध प्रसंस्कृत उत्पादों आदि 205 उत्पादों पर लगाया जाता है ।
मुद्रा प्रसार या मुद्रास्फीति वह अवस्था है जिसमें मुद्रा का मूल्य कम हो जाता है और कीमतें बढ़ जाती है। आर्थिक दृष्टि से सीमित एवं नियंत्रित मुद्रास्फीति अल्पविकसित अर्थव्यवस्था हेतु लाभदायक होती है , क्योंकि इससे उत्पादन में वृद्धि को प्रोत्साहन मिलता है। परंतु एक सीमा से अधिक मुद्रास्फीति हानिकारक है।
जब काला धन बढ़ जाता है और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बन जाता है, तो इसे दूर करने के लिए विमुद्रीकरण की विधि अपनाई जाती है। इसके अन्तर्गत सरकार पुरानी मुद्रा को समाप्त कर देती है और नई मुद्रा चालू कर देती है । जिनके पास काला धन होता है, वह उसके बदले में नई मुद्रा लेने का साहस नहीं जुटा पाते हैं और काला धन स्वंय ही नष्ट हो जाता है।
जिस धन का हिसाब- किताब कर अधिकारियों से छिपाकर रखा जाता है,
उसे काला धन कहते हैं ।
बचत बैंक खाता उन लोगों के लिए है, जो अपनी भावी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी वर्तमान आय का कुछ भाग बचाकर रखना चाहते हैं। इस खाते में जमा राशियों पर कुछ ब्याज भी दिया जाता है।
यह एक प्रकार का माँग जमा खाता है, जिसमें से किसी भी कार्य दिवस को अनेक बार कितनी भी राशि का लेन- देन किया जा सकता है। इन खातों में जमा राशियों पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता, बल्कि बैंक लेन - देनों की संख्या के आधार पर कुछ सेवा शुल्क खाताधारी से वसूल करते है।
माँग जमाओं के अन्तर्गत उन समस्त जमा राशियों को शामिल किया जाता है, जो जमाकर्ता द्वारा अपनी इच्छानुसार जब चाहे वापस माँगी जा सकती हैं। बैंकों में चालू खाते तथा बचत खाते में जमा राशियाँ माँग जमा के अन्तर्गत आती हैं।
यदि किसी मुद्रा का विनिमय मूल्य अन्य मुद्राओं की तुलना में जानबूझकर कम कर दिया जाता है, तो इसे उस मुद्रा का अवमूल्यन कहते हैं। यह अवमूल्यन परिस्थितियों के अनुसार सरकार स्वंय करती है। अवमूल्यन के बाद देश के आयात महँगे तथा निर्यात सस्ते हो जाते हैं, जिससे भुगतान शेष का असन्तुलन कम करने में सहायता मिलती है।
IFSC जो सामान्यतया 11 अंकों का होता है , यह प्रत्येक बैंक के चैक पर छपा होता है। इसमें पहले 4 अक्षरों में बैंक का नाम, एक शून्य तथा अन्तिम 6 अंकों में बैंक ब्रांच से सम्बन्धित विवरण शामिल होता है।
भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 1991 से विभिन्न एेसे उत्पादों पर लगाया जाता है, जो पारिस्थितिकी पर कम से कम प्रभाव डालते हैं।
 दोनों देशों में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लियाकत-नेहरू समझौते पर आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर किए गए थे।

 नेहरू-लियाकत समझौते पर हस्ताक्षर क्यों किया गया था?

 * विभाजन के बाद दोनों देशों में अल्पसंख्यकों द्वारा इस तरह के समझौते की आवश्यकता महसूस की गई, जिसके साथ बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगे हुए।

 * 1950 में, कुछ अनुमानों के अनुसार, सांप्रदायिक तनाव और 1950 के पूर्वी पाकिस्तान दंगों और नोआखली दंगों जैसे दंगों के बीच, दस लाख से अधिक हिंदू और मुसलमान पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) से और चले गए।

 भारत और पाकिस्तान किस पर सहमत हुए?
 * यह निर्णय लिया गया कि अल्पसंख्यकों को नागरिकता की पूर्ण समानता, धर्म की परवाह किए बिना, और जीवन, संस्कृति, संपत्ति और व्यक्तिगत सम्मान के संबंध में सुरक्षा की पूर्ण भावना, प्रत्येक देश के भीतर आंदोलन की स्वतंत्रता और व्यवसाय, भाषण की स्वतंत्रता के हकदार होंगे। और पूजा।

 * यह भी निर्णय लिया गया कि अल्पसंख्यकों को अपने देश के सार्वजनिक जीवन में भाग लेने, राजनीतिक या अन्य पद धारण करने और अपने देश के नागरिक और सशस्त्र बलों में सेवा करने के लिए बहुसंख्यक समुदाय के सदस्यों के साथ समान अवसर मिलेगा।

 * दोनों सरकारें इन अधिकारों को मौलिक घोषित करती हैं और इन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने का वचन देती हैं।

 * दोनों सरकारें इस बात पर भी जोर देती हैं कि अल्पसंख्यकों की निष्ठा और निष्ठा उस राज्य के प्रति होगी जिसके वे नागरिक हैं।

 * यह भी निर्णय लिया गया कि उनके अपने राज्य की सरकार अल्पसंख्यकों की शिकायतों का निवारण करेगी।
विकास और शांति के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस 6 अप्रैल को दुनिया भर में मनाया जाता है। यह तारीख एथेंस (ग्रीस) में आधुनिक युग के पहले ओलंपिक खेलों के उद्घाटन की याद दिलाती है। ) 1896 में।23 अगस्त 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने संकल्प ए/आरईएस/67/296 के माध्यम से 6 अप्रैल को विकास और शांति के लिए खेल के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित करने का निर्णय लिया। 2014 से हर साल यह दिवस मनाया जा रहा है।खेलों के लिए दिन को अपनाना यह दर्शाता है कि खेल मानव अधिकारों की उन्नति और आर्थिक विकास पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं इसके अलावा, संयुक्त राज्य अमेरिका ने सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा की अपनी घोषणा में सामाजिक प्रगति के लिए खेलों की भूमिका पर भी जोर दिया है।

theme of 2022:- " सभी के लिए एक सतत और शांतिपूर्ण भविष्य की सुरक्षा: खेल का योगदान "

Washing soda (Na2CO3.10H2O) is obtained from sodium chloride (NaCl).

Uses of washing soda:
-Sodium carbonate (washing soda) is used in glass, soap and paper industries.
-It is used in the manufacture of sodium compounds such as borax.
-Sodium carbonate can be used as a cleaning agent for domestic purposes. 
-It is used for removing the permanent hardness of the water.  


A polyhouse is a specially constructed structure like a building where specialised polythene sheets are used as a covering material under which crops can be grown in partially or fully controlled climatic conditions.

It is covered with a transparent material to permit the entry of natural light.Polyhouses are also helpful in reducing threats such as extreme heat and pest attacks in crops.
● It came into existence in 1978 after the merger of Deposit Insurance Corporation (DIC) and Credit Guarantee Corporation of India Ltd. (CGCI) after passing of DICGC Act, 1961 by the Parliament

● It serves as a deposit insurance and credit guarantee for banks in India.

● It is a fully owned subsidiary of and is governed by the Reserve Bank of India (RBI).

● Currently, a depositor has a claim to a maximum of Rs 5 lakh (previously 1 lakh) as insurance cover 

● Banks pay advance insurance premiums to the corporation and not by customers of banks.

● Premium for the insurance has been raised from 10 paise for every Rs 100 deposit, to 12 paise recently, and a limit of 15 paise has been imposed.

● Banks, including Regional Rural Banks, Local area banks, Foreign banks with branches in India, and Cooperative banks, are mandated to take deposit insurance cover with the DICGC.

● Types of Deposits Covered:

» All bank deposits, such as saving, fixed, current, recurring, etc. 

Except the following types of deposits
»Deposits of foreign Governments, Central/State Governments, Inter-bank deposits, Deposits of the State Land Development Banks with the State co-operative banks
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण

भारत में बढ़ती बेरोज़गारी की संक्षेप में चर्चा करते हुए उत्तर की शुरुआत करें।

ग्रामीण-केंद्रित नीतियों पर चर्चा करें, जिससे जनसांख्यिकीय लाभांश बढ़ाने में सहायता मिल सकती है।

संक्षिप्त निष्कर्ष दें।
भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है, जहाँ भारत की युवा आबादी में ग्रामीण युवा आबादी का अनुपात अधिक है। हालाँकि हाल के वर्षों में बेरोज़गारी की दर बढ़ रही है। कृषि और संबद्ध गतिविधियाँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था की सबसे मज़बूत कड़ी है, किंतु हाल के कुछ वर्षों में इस दिशा में अपेक्षित वृद्धि नहीं हुई है। अत: उत्पादक कृषि गतिविधियों में ग्रामीण युवाओं को शामिल करने से भारत को जनसांख्यिकीय लाभांश बढ़ाने में मदद मिलेगी।

जनसांख्यिकीय लाभांश के लिये ग्रामीण-केंद्रित नीतियाँ:

कृषि प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना: उभरती कृषि प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, जिससे अधिक रोज़गार सृजन की संभावना है।

उदाहरण के लिये कृषि आधारित ई-कॉमर्स, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी)- सुधार, कृषि-विस्तार, बीज प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, कृषि निगरानी, ​​कृषि/ग्रामीण फिन-टेक इत्यादि।

संबद्ध कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देना: ग्रामीण क्षेत्र में बागवानी, डेयरी उत्पादन और खाद्य प्रसंस्करण आदि में ग्रामीण क्षेत्र में रोज़गार सृजन की संभावना अधिक है।

सौर ऊर्जा का उपयोग: सौर ऊर्जा उत्पादन भी रोज़गार और मुनाफे में वृद्धि का एक व्यवहार्य विकल्प हो सकता है।

ग्रामीण युवाओं में कौशल निर्माण: विनिर्माण और सेवा-क्षेत्रों से कृषि-केंद्रित क्षेत्रों में नौकरियों के संक्रमण की आवश्यकता है।

इस संदर्भ में राष्ट्रीय कौशल विकास कोष के तहत उपयुक्त बजटीय आवंटन के माध्यम से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में प्रशिक्षण गुणवत्ता को बढ़ाने की आवश्यकता है। साथ ही पाठ्यक्रम को फिर से डिज़ाइन करने और उसे उपयुक्त बजटीय आवंटन के माध्यम से उन्नत करने की आवश्यकता है।

ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना: भारत में ग्रामीण पर्यटन अभी भी विकासशील अवस्था में है, लेकिन पूर्ण क्षमता के साथ इसके विकास के परिणामस्वरूप यह पर्यटकों के साथ-साथ ग्रामीण लोगों के लिये भी लाभदायक हो सकता है।

निष्कर्ष
भारत को जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने हेतु ग्रामीण युवाओं के लिये रोज़गार के अवसर विकसित करने चाहिये। साथ ही स्वरोज़गार हेतु उपयुक्त वातावरण बनाने की आवश्यकता है।


SDM एक उच्च रैंक का सरकारी अधिकारी होता हैं। एसडीएम राज्य प्रशासनिक सेवा में सबसे उपर का पद होता हैं। हर राज्य के जिले को कई उपखण्ड में बांटा जाता हैं। प्रत्येक उपखंड का नेतृत्व एक एसडीएम करता है। हर उपखंड में उसके आकार के आधार पर एक या एक से अधिक तहसील हो सकती हैं। एसडीएम का अपने उपखंड के तहसीलदारों पर सीधा नियंत्रण होता है और जिले के जिला अधिकारी और उसके उपखंड के तहसीलदारों के बीच पत्राचार का एक चैनल होता है।एसडीएम का फुल फॉर्म(SDM) : उप प्रभागीय न्यायाधीश (Sub Divisional Magistrate) है।

एसडीएम अपने एरिया के सभी भूमिगत कार्य करता हैं। इसके अलावा भी कई और क्षेत्र SDM Officer के अधिकार में आते हैं। वाहनों और विवाह का पंजीकरण, चुनाव का काम, राजस्व समारोह, हथियार लाइसेंस, राजस्व कामकाज और एससी / एसटी, ओबीसी और डोमिसाइल जैसे प्रमाणपत्र जारी करना कुछ ऐसे मुख्य काम हैं जो एसडीएम के अंडर होते हैं।

डिप्टी कलेक्टर एक डिप्टी कलेक्टर, जो अक्सर डीसी के लिए संक्षिप्त है, भारत में एक उप-प्रभाग के राजस्व संग्रह और प्रशासन के प्रभारी एक राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी है। चूंकि डिप्टी कलेक्टरों को कार्यकारी मजिस्ट्रेट के रूप में भी सशक्त किया जाता है, इसलिए पद को उप-विभागीय मजिस्ट्रेट के रूप में भी संदर्भित किया जाता है और पदाधिकारी एक जिला कलेक्टर के निर्देशन में काम करता है और उसे दिन में काम करने का आश्वासन देता है।

कलेक्ट्रेट जिला प्रशासन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। I.A.S के कैडर में जिला प्रमुख। वह अपने अधिकार क्षेत्र में लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य करता है। वह मुख्य रूप से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, भूमि मामलों और हथियारों के लाइसेंस आदि से संबंधित हैं। अतिरिक्त कलेक्टर / जिला राजस्व अधिकारी जिले में विभिन्न अधिनियमों के तहत राजस्व प्रशासन चलाता है।उसे अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के रूप में भी नामित किया गया है। वह मुख्य रूप से नागरिक आपूर्ति, भूमि मामलों, खानों और खनिजों, ग्राम अधिकारियों आदि से संबंधित है।

डिप्टी कलेक्टर / उप जिला कलेक्टर आमतौर पर एक तहसीलदार होते हैं जो जिला राजस्व अधिकारी (डीआरओ) में रिपोर्ट करते हैं जिन्हें अतिरिक्त जिला कलेक्टर भी कहा जाता है और जिले के लिए राजस्व विभाग के समग्र प्रभारी हैं, डीआरओ बदले में जिला कलेक्टर में रिपोर्ट करते हैं (जिसे जिला आयुक्त भी कहा जाता है) जो सभी विभागों में जिले के समग्र प्रबंधन के प्रभारी हैं।

डिप्टी कलेक्टरों को राज्य के सेवा चयन आयोग के माध्यम से काम पर रखा जाता है, जहां डीआरओ और जिला कलेक्टर आमतौर पर राज्य कैडर में नियुक्त केंद्र सिविल सेवा कर्मचारी होते हैं।

प्रमुख बिंदु

विधेयक के अनुसार झारखंड के भोगता समुदाय के साथ तमरिया/तमड़िया, पुरान, देशवारी, गंझू, दौलतबंदी (द्वालबंदी), पटबंदी, राउत, मझिया, खैरी (खेरी) को भी अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल किया जाएगा।

भोगता सहित अन्य जातियों के एससी से एसटी में आने से उन्हें बड़े आरक्षण के दायरे में शामिल होने का लाभ मिलेगा। राज्य में अभी एससी के लिये 10% और एसटी के लिये 26% आरक्षण है। इस कारण अतिरिक्त आरक्षण से लाभान्वित हो सकेंगे।
तमरिया/तमाड़ को मुंडा की श्रेणी में सूचीबद्ध करने के लिये जनजातीय शोध संस्थान (टीआरआई) ने वर्ष 2002 में अनुशंसा की थी।
 वहीं पुरान को एसटी में शामिल करने की अनुशंसा 1993 में जनजातीय शोध संस्थान ने की थी।

उल्लेखनीय है कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2014 में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने भोगता जाति को अनुसूचित जाति की श्रेणी से निकालकर अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की अनुशंसा की थी।

Concepts

Rural Marketing is defined as any marketing activity in which the one dominant participant is from a rural area. This implies that rural marketing consists of marketing of inputs (products or services) to the rural as well as marketing of outputs from the rural markets to other geographical areas.

Marketing is the process used to determine what products or services may be of interest to customers, and the strategy to use in sales, communications and business development. It generates the strategy that underlies sales techniques, business communication, and business developments. It is an integrated process through which companies build strong customer relationships and create value for their customers and for themselves. It is a function which manages all the activities involved in assessing, stimulating and converting the purchasing power to effective demand for a specific product and service. This moves them to the rural areas to create satisfaction and uplift the standard of living.

Rural areas of the country or countryside are areas that are not urbanized, though when large areas are described country towns and smaller cities will be included. They have a low population density, and typically much of the land is devoted to agriculture. Defra have a working definition, The Rural/Urban Definition, that was introduced in 2004 as a joint project between a number of Government Departments and was delivered by the Rural Evidence Research Centre at Birkbeck College (RERC).

Components of rural markets

For the market to exist, certain conditions must be satisfied. These conditions should be both necessary and sufficient. They may also be termed as the components of a market.
 
1. Existence of a good commodity for transactions (physical existence is, however, not necessary)
 
2. Existence of buyers and sellers
 
3. Business relationship or intercourse between buyers and sellers; and
 
4. Demarcation of area such as place, region, country or the whole world. The existence of perfect completion or a uniform price is not necessary.
सूरत, गुजरात में पूरी तरह से स्टील के कचरे से बनी एक सड़क है, जो सतत विकास के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक है। आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (ArcelorMittal Nippon Steel India) ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research - CSIR) भारत, केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (Central Road Research Institute - CRRI) और सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग के साथ स्टील स्लैग रोड पर सहयोग किया।

प्रमुख बिंदु :

गुजरात के सूरत में हजीरा औद्योगिक क्षेत्र ने अपनी तरह की अनूठी सड़क बनाई है।

सड़क का निर्माण पूरी तरह से 1000 प्रतिशत संसाधित स्टील स्लैग से किया गया था। स्टील स्लैग स्टील उद्योग के लिए चिंता का एक प्रमुख स्रोत है क्योंकि इसे अपशिष्ट उत्पाद माना जाता है।

लैंडफिल में धातुकर्म और धातु-प्रसंस्करण अपशिष्ट निपटान का पर्यावरणीय प्रभाव विशेष रूप से अधिक है। प्रोसेस्ड स्टील स्लैग एग्रीगेट में प्राकृतिक निर्माण सामग्री के विकल्प के रूप में काफी संभावनाएं हैं।

परीक्षण परियोजना छह लेन वाली एक किलोमीटर की सड़क है। अब तक, पथ विश्वसनीय साबित हुआ है। हर दिन, लगभग 1,000 ट्रक, जिनका वजन 18 से 30 टन के बीच होता है, स्टील रोड के किनारे ड्राइव करते हैं।

देश भर में विभिन्न संयंत्र हर साल लाखों टन स्टील अपशिष्ट का उत्पादन करते हैं, जिसे लैंडफिल में निपटाया जाता है। अपनी तरह की यह अनूठी पहल अब न केवल पहले से कम उपयोग किए गए संसाधन का उपयोग करेगी बल्कि इसके परिणामस्वरूप अधिक टिकाऊ रोडवेज भी होंगे।
तेल, पानी और कोल्ड ड्रिंक सहित लगभग सभी प्रकार के लिक्विड बोतल में आते हैं। क्या आपने कभी नोटिस किया है कि सभी बोतलों का बॉटम बेस एक जैसा नहीं होता। मिनरल वाटर और ऑयल आदि की बोतलों का बॉटम बेस फ्लैट होता है जबकि कोल्ड ड्रिंक की बोतल के बेस में 5 पॉइंट होते है। प्रश्न यह है कि कोल्ड ड्रिंक की बोतल नीचे से सपाट क्यों नहीं होती, 5 पॉइंट वाला बेस डिजाइन है या विज्ञान, आइए पता लगाते हैं:-

सबसे पहले तो हमें यह विश्वास करना होगा कि किसी भी प्रकार का डिजाइन बोतल के टॉप पर होता है, बॉटम पर नहीं। किसी भी बोतल का बॉटम बेस इस प्रकार से तैयार किया जाता है ताकि वह मजबूती के साथ एक स्थान पर खड़ी रहे। यदि बोतल का तला सपाट होगा तो स्वाभाविक है वह किसी भी आधार पर ज्यादा मजबूती से खड़ी होगी। यही कारण है कि मिनरल वाटर, ऑयल या अन्य कई प्रकार के लिक्विड के लिए जो बोतल यूज़ की जाती है उसका बॉटम बेस फ्लैट होता है। 

🌎कोल्ड ड्रिंक की बोतल का बॉटम बेस फ्लैट क्यों होता है👉🏻
केवल कोल्ड ड्रिंक ही नहीं बल्कि कुछ और भी लिक्विड हैं जिनकी बोतल का तला सपाट नहीं होता बल्कि 5 पॉइंट वाला होता है। इसके पीछे एकमात्र कारण यह है कि बोतल के अंदर कोल्ड ड्रिंक का कार्बोनेशन किया जाता है। ऐसी स्थिति में बोतल को एक ऐसे बॉटम बेस की जरूरत होती है जो कंपन या हिलने डुलने की स्थिति में बोतल के अंदर ड्रिंक में कार्बोनेशन की प्रक्रिया को होने से रोक दें। 

🌎कोल्ड ड्रिंक की बोतल का तला सपाट कर दिया जाए तो क्या होगा👉🏻
यदि कोल्ड ड्रिंक की बोतल का तल सपाट कर दिया जाएगा तो जिस स्थान पर उसे रखा जाएगा (कार में, ट्रेन में, टेबल पर, फ्रिज में) वहां पर आने वाली सभी तरंगे बोतल के अंदर भरे हुए ड्रिंक को प्रभावित करेंगी। कार्बोनेशन के कारण गैस बनेगी और एक समय ऐसा आएगा जब बोतल ब्लास्ट हो जाएगी

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यह 12 महीने की सबसे अधिक क्षमता वृद्धि है, जो साल-दर-साल लगभग 200% की वृद्धि दर्ज करता है। भारत अब 28 फरवरी 2022 तक संचयी स्थापित सौर क्षमता के 50 GW को पार कर गया है। यह 2030 तक अक्षय ऊर्जा से 500 GW पैदा करने की दिशा में भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर है, जिसमें से 300 GW सौर ऊर्जा से आने की उम्मीद है। भारत की क्षमता वृद्धि सौर ऊर्जा परिनियोजन में देश में पांचवें स्थान पर है, जो वैश्विक संचयी क्षमता 709.68 GW में लगभग 6.5% का योगदान करती है।

 भले ही भारत इस प्रभावशाली यात्रा को जारी रखे हुए है, लेकिन चिंता के कुछ क्षेत्र हैं जिन पर प्रकाश डाला जाना चाहिए। सबसे पहले, 50 GW स्थापित सौर क्षमता में से, 42 GW की भारी मात्रा ग्राउंड-माउंटेड सोलर फोटोवोल्टिक (PV) सिस्टम से आती है, और केवल 6.48 GW रूफ टॉप सोलर (RTS) से आती है; और ऑफ-ग्रिड सौर पीवी से 1.48 गीगावाट।
1969 में वन्यजीव बोर्ड ने शेर को देश का राष्ट्रीय पशु घोषित किया. फिर 1973 में शेर के स्थान पर बाघ को राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया.

वर्तमान राष्ट्रीय पशु ' बाघ ' है । शक्ति, शान, सतर्कता, बुद्धिमत्ता और फुरती , रॉयल बंगाल टाइगर की खासियत है।

इसकी लावण्‍यता, ताकत, फुर्तीलापन और अपार शक्ति के कारण बाघ को भारत के राष्‍ट्रीय जानवर के रूप में चुना गया था।

भारत में बाघों की घटती जनसंख्‍या की जांच करने के लिए अप्रैल 1973 में प्रोजेक्‍ट टाइगर शुरू की गई।

बाघ के पहले , या यह कह सकते है कि स्वतंत्रता के पश्चात -' शेर ' ( Lion ) भारत देशका राष्ट्रीय पशु था । भारत देश का सर्वप्रथम राष्ट्रीय पशु ' शेर ' था ।

नोट :- सन् 1972 तक शेर ही भारत देश का राष्ट्रीय पशु हुआ करता था।

Introduction
 
Some years ago, one sociologist asked business people, "What does an ethic mean to you?" Among their replies were the following:
 
"Ethics has to do with what my feelings tell me is right or wrong." "Ethics has to do with my religious beliefs."
 
"Being ethical is doing what the law requires."
"Ethics consists of the standards of behavior our society accepts." "I don't 
know what the word means."

Definition & Nature of business ethics:
 
The term "ethics" is derived from the Greek word "ethos" which refers to character or customs or accepted behaviors. The Oxford Dictionary states ethics as "the moral principle that governs a person's behaviour or how an activity is conducted". The synonyms of ethics as per Collins Thesaurus are - conscience, moral code, morality, moral philosophy, moral values, principles, rules of conduct, standards.
Ethics refers to well- founded standards of right and wrong that prescribe what humans ought to do, usually in terms of rights, obligations, benefits to society, fairness, or specific virtues.

Ethics is a set of princ iples or standards of human conduct that govern the behavior of ind ividua ls or organizations. Using these ethical standards, a person or a group of persons or an
 
organization regulate their behavior to distinguish between what is right and what is wrong as perceived by others. It is not a natural science but a creation of the human mind. For this reason, it is not absolute and is open to the influence of time, place and situation.
Business Ethics
 
Business ethics is a form of applied ethics. In broad sense ethics in business is simply the application moral or ethical norms to business. Business ethics refers to a 'code of conduct' which businessmen are expected to follow while dealing with others. 'Code of conduct' is a set of
 
principles and expectations that are considered binding on any person who is member of a particular group. The alternative names for code of conduct are 'code of ethics' or 'code of practice'.
 
Business ethics comprises the principles and standards that guide behaviour in the conduct of business.

Businesses must balance their desire to maximize profits against the needs of the stakeholders. Maintaining this balance often requires tradeoffs. To address these unique aspects of businesses, rules - articulated and implicit, are developed to guide the businesses to earn profits without harming individuals or society as a whole.

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