• बामियान नगर , अफगानिस्तान की हिंदूकुश पर्वत श्रृंखला की बामियान घाटी में है । यह ऐतिहासिक रूप से रेशम मार्ग पर अवस्थित होने के कारण प्रमुख व्यापारिक केंद्र था ।
• कुषाण काल में बौद्ध भिक्षु बामियान घाटी में बसे , जिसके पश्चात् इस क्षेत्र में कई बौद्ध विहार और मठों का निर्माण करवाया गया ।
• चीनी यात्री फाहियान लगभग 400 ईसवी में एवं ह्वेनसांग ने 632 ईसवी में इस स्थान का भ्रमण कर अपने यात्रा वृत्तांत में बौद्ध सभाओं की चर्चा की ।
• यहाँ मौजूद बुद्ध की मूर्तियों को वर्ष 2001 में तालिबानी कट्टरपंथियों ने डायनामाइट से नष्ट कर दिया । विदित है कि यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में बामियान घाटी के सांस्कृतिक परिदृश्य और पुरातात्त्विक अवशेष सम्मिलित है ।
•' मेस अयनक , अफगानिस्तान में बामियान से लगभग 200 किलोमीटर पूर्व में स्थित है ।
• मठों , मंदिरों और सैकड़ों बुद्ध प्रतिमाओं के 5,00,000 वर्ग मीटर में विस्तृत इस साईट को इस सदी की सबसे बड़ी पुरातात्विक खोजों में से एक माना जाता है ।
• हाल ही में अफगानिस्तान में स्थापित तालिबान शासन ने घोषणा की है कि वह मेस अयनक में प्राचीन बुद्ध प्रतिमाओं की रक्षा करेगा ।
• विदित है कि यह क्षेत्र तांबे की महत्त्वपूर्ण खनन साइट भी है , जहां तालिबान चीनी निवेश की उम्मीद कर रहा है ।
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