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ग्रहों की स्थिति

Q1. दूरी के अनुसार ग्रहों की स्थिति ? बुध (Mercury) शुक्र (Venus) पृथ्वी (Earth) मंगल (Mars) वृहस्पति (Jupiter) शनि (Saturn) यूरेनस (Uranus)...


यह 12 महीने की सबसे अधिक क्षमता वृद्धि है, जो साल-दर-साल लगभग 200% की वृद्धि दर्ज करता है। भारत अब 28 फरवरी 2022 तक संचयी स्थापित सौर क्षमता के 50 GW को पार कर गया है। यह 2030 तक अक्षय ऊर्जा से 500 GW पैदा करने की दिशा में भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर है, जिसमें से 300 GW सौर ऊर्जा से आने की उम्मीद है। भारत की क्षमता वृद्धि सौर ऊर्जा परिनियोजन में देश में पांचवें स्थान पर है, जो वैश्विक संचयी क्षमता 709.68 GW में लगभग 6.5% का योगदान करती है।

 भले ही भारत इस प्रभावशाली यात्रा को जारी रखे हुए है, लेकिन चिंता के कुछ क्षेत्र हैं जिन पर प्रकाश डाला जाना चाहिए। सबसे पहले, 50 GW स्थापित सौर क्षमता में से, 42 GW की भारी मात्रा ग्राउंड-माउंटेड सोलर फोटोवोल्टिक (PV) सिस्टम से आती है, और केवल 6.48 GW रूफ टॉप सोलर (RTS) से आती है; और ऑफ-ग्रिड सौर पीवी से 1.48 गीगावाट।

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