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ग्रहों की स्थिति

Q1. दूरी के अनुसार ग्रहों की स्थिति ? बुध (Mercury) शुक्र (Venus) पृथ्वी (Earth) मंगल (Mars) वृहस्पति (Jupiter) शनि (Saturn) यूरेनस (Uranus)...

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ( International Energy Agency IEA ) , एक अंतर - सरकारी स्वायत्त संगठन है । इसकी स्थापना आर्थिक सहयोग और विकास संगठन ( Organisation of Economic Cooperation and Development- OECD ) फ्रेमवर्क के अनुसार वर्ष 1974 में की गई थी । 

• इसके कार्यों का फोकस मुख्यतः चार मुख्य क्षेत्रों पर होता है : ऊर्जा सुरक्षा , आर्थिक विकास , पर्यावरण जागरूकता और वैश्विक सहभागिता । 

• इसका मुख्यालय ( सचिवालय ) पेरिस , फ्रांस में है ।

 भूमिकाएँ और कार्य : 

● अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की स्थापना वर्ष 1973 1974 के तेल संकट के दौरान सदस्य देशों के लिए तेल आपूर्ति व्यवधानों का सामना करने में मदद करने के लिए की गयी थी । IEA द्वारा यह भूमिका वर्तमान में भी निभाई जा रही है । अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ( IEA ) के अधिदेश में समय के साथ विस्तार किया गया है । इसके कार्यों में वैश्विक रूप से प्रमुख ऊर्जा रुझानों पर निगाह रखना और उनका विश्लेषण करना , मजबूत ऊर्जा नीतियों को बढ़ावा देना और बहुराष्ट्रीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ावा देना शामिल किया गया है । 


IEA की संरचना एवं सदस्यता हेतु पात्रता :- 

वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ' में 30 सदस्य देश तथा में आठ सहयोगी देश शामिल हैं । इसकी सदस्यता होने के लिए किसी देश को आर्थिक सहयोग और विकास संगठन ( OECD ) का सदस्य होना अनिवार्य है । हालांकि OECD के सभी सदस्य आईईए के सदस्य नहीं हैं ।


किसी देश को अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का सदस्यता के लिए निम्नलिखित शर्ते पूरा करना आवश्यक है : 

• देश की सरकार के पास पिछले वर्ष के 90 दिनों में किए गए निवल आयात के बराबर कच्चे तेल और / अथवा उत्पाद भण्डार मौजूद होना चाहिए । भले ही यह भण्डार सरकार के प्रत्यक्ष स्वामित्व में न हो किंतु वैश्विक तेल आपूर्ति में व्यवधान को दूर करने के इसका उपयोग किया जा सकता हो । 


• देश में राष्ट्रीय तेल खपत को 10 % तक कम करने के लिए एक ' मांग नियंत्रण कार्यक्रम लागू होना चाहिए ।

• राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित आपातकालीन प्रतिक्रिया उपाय ( CERM ) लागू करने के लिए क़ानून और संस्था होनी चाहिए ।

 • मांग किये जाने पर देश की सीमा में कार्यरत सभी तेल कंपनियों द्वारा जानकारी दिए जाने को सुनिश्चित करने हेतु क़ानून और उपाय होने चाहिए ।

 ● अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के सामूहिक कार्रवाई में अपने योगदान को सुनिश्चित करने के लिए देश में क़ानून अथवा उपाय होने चाहिए । 


आइईए द्वारा प्रकाशित की जाने वाली रिपोर्ट्सः 

•वैश्विक ऊर्जा और CO2 स्थिति रिपोर्ट •विश्व ऊर्जा आउटलुक
• विश्व ऊर्जा सांख्यिकी 
•विश्व ऊर्जा संतुलन
 • ऊर्जा प्रौद्योगिकी परिप्रेक्ष्य

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