भारत ने चक्रवात मोचा से प्रभावित म्यांमार में लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए "ऑपरेशन करुणा" शुरू किया।
राहत सामग्री लेकर भारत से तीन जहाज 18 मई को यांगून पहुंचे।
भारतीय नौसेना के जहाज शिवालिक, कमोर्ता और सावित्री 18 मई को राहत सामग्री के साथ यांगून पहुंचने वाले पहले नौसेना जहाज थे।
जहाज आपातकालीन खाद्य आपूर्ति, टेंट, आवश्यक दवाएं, पानी के पंप, पोर्टेबल जनरेटर, कपड़े, स्वच्छता की वस्तुएं आदि ले जा रहे हैं।
भारतीय नौसेना क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है
ऐसी आपदाओं के दौरान अपने पड़ोसियों को सहायता प्रदान करने में भारत हमेशा सबसे आगे रहा है।
चक्रवात मोचा को वैश्विक मौसम वेबसाइट ज़ूम अर्थ द्वारा 'सुपर साइक्लोन' के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
तूफान का नाम 'मोचा' यमन ने सुझाया है।
मोचा की उत्पत्ति बंगाल की खाड़ी में हुई थी।
0 comments:
Post a Comment